अपने ख़त की तरह
कभी अपनी आवाज़ भी
लिफ़ाफ़े में रखके भेजो!
मुझे लगता है
कि लिखावट की तरह
तुम्हारी आवाज़ भी
बेहद ख़ूबसूरत होगी
जिसमें तमाम नुक़ते
तारों जैसे हसीन लगते होंगे…
कभी अपनी आवाज़ भी
लिफ़ाफ़े में रखके भेजो!
मुझे लगता है
कि लिखावट की तरह
तुम्हारी आवाज़ भी
बेहद ख़ूबसूरत होगी
जिसमें तमाम नुक़ते
तारों जैसे हसीन लगते होंगे…
अच्छा लिखा है
जी शुक्रिया 🙂