सुकून

हम सब ख़ुदके सुकून की तलाश में टटोलते रहते हैं दूसरों के मन और दूसरे … Read more

मुक़ाम

ज़िन्दगी तुम्हें उस मुक़ाम पर भी लायेगी
जब कोई दोपहर अकेले ही कट जायेगी
और कोई शाम चुपचाप
जब कोई नहीं होगा तुम्हारे पास
बाँटने को बोरियत
दूर करने को अकेलापन
और सुनने को बकवास
ये सब सोचकर तुम तब भी मुस्कुराओगे
क्योंकि ऐसे जज़्बातों पर जब रोना भी आता है
तो कमबख्त आँसू भी भाव खाते हैं
और अकेले में निकलने से कतराते हैं
आस-पास की बेमतलब वो सारी आवाज़ें आयेंगी
जो तुम सुनना नहीं चाहते
हाँ.. नहीं आयेगी तो बस वो आवाज़
जिसने तुम्हें इतना अकेला कर दिया है कि
अब तुम फिर किसी आवाज़ के आदी नहीं होना चाहते
क्यूंकि एक बार जब अकेले न रहने की आदत पड़ जाती है
तो फिर अकेला रहना किसी जंग लड़ने से कम नहीं लगता

ज़िन्दगी तुम्हें उस मुक़ाम पर भी लायेगी
जब कोई दोपहर अकेले ही कट जायेगी
और कोई शाम चुपचाप

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बिखरे ख़याल

तुमसे बात करने के बादएक रख दिया था खिड़की के पासकुछ को बुकशेल्फ़दो-चार को फ़्रिज … Read more

अंतिम इच्छा

कभी खो भी जाऊँ तोमिल जाऊँगा थोड़ा-थोड़ा करकेकिसी की यादों मेंकिसी पुराने अखबार की कतरन … Read more

राय

कुछ लोग अपनी फ़ितरत बदलते हैं हर दिनयूँ किसी के बारे में इक राय बनाना … Read more

मुलाक़ात

इक वो मुलाक़ात बड़े वक़्त से ठहरी हुई हैइक ये वक़्त है जो कमबख्त़ ठहरता … Read more

टूटती हुई चीज़ें

इस दुनिया से भी बड़े-बड़े वादों को टूटते देखा है मैंनेवो जब टूटते हैं तो … Read more

ज़ाया होती रातें

क्लास वर्क भी बहुत रहता है,और होमवर्क भी कुछ ज़्यादा ही मिलता है,ज़िन्दगी के इक … Read more