KAYAKING

बहुत पहले… याद है तुम्हें
एक दफ़ा हम दोनों नाव में बैठकर
हाथों में एक-एक चप्पू लिए
उतर गए थे समंदर में
और निकल गए थे बहुत दूर किनारों से
फिर एक जगह
काफ़ी देर तलक
चप्पू छोड़कर
ठहर गए थे गहरे पानी में
और थोड़ी देर बाद
दोनों ने चप्पू चलाकर
ख़ुद को और नाव को लाया था किनारे
एक ज़ोर की लहर ने
हमें धकेल दिया था रेत पर
कितना हंसे थे हम दोनों
थोड़ा एड्रिलिन रश भी हुआ था
है ना?
आज भी ऐसे ही कहीं ठहर गए हैं क्या?
और इंतज़ार में हैं कि
दोनों में से कोई चलाये चप्पू
और किनारे लगाए
या फिर इंतज़ार है
किसी लहर का?

बहुत पहले… याद है तुम्हें
एक दफ़ा हम दोनों नाव में बैठकर
हाथों में एक-एक चप्पू लिए
उतर गए थे समंदर में

ये पोस्ट औरों को भेजिए -

1 thought on “KAYAKING”

Leave a Comment