मेरी ख़ामोशी

जिसके पास कहने को बहुत होता है,वो अक्सर किसी कोने में चुप सा,छुपा सा बैठा होता … Read more

फेसबुक वॉल

न कोई नज़्म है न कोई इश्तिहार ही ये दीवार भी मेरे दिल की तरह … Read more

टूटती हुई चीज़ें

इस दुनिया से भी बड़े-बड़े वादों को टूटते देखा है मैंनेवो जब टूटते हैं तो … Read more

अधूरा वादा

धूप में कुछ चीज़ें तपते-तपते सख्त हो जाती हैं कुछ नर्म तो कुछ फीकी पड़ … Read more

जैसे को तैसा

ज़िंदगी जब तुम्हारे मज़े लेने लगे,तो शिक़ायत मत किया करो,अमां यार, जब तुमने उसके लिये … Read more