पिता

पिता यूनिवर्स की तरह हैउसके भीतर की गहराई नापनामुमकिन ही नहीं हैयूनिवर्स की तरह हीवो … Read more

कुछ मिला क्या?

ढूँढो कुछ, हाथ कुछ और लगता हैये मामला बड़ा पेंचीदा सा लगता है

राय

कुछ लोग अपनी फ़ितरत बदलते हैं हर दिनयूँ किसी के बारे में इक राय बनाना … Read more

मुलाक़ात

इक वो मुलाक़ात बड़े वक़्त से ठहरी हुई हैइक ये वक़्त है जो कमबख्त़ ठहरता … Read more

सच

जो दिल में है गर वो ज़ुबाँ तक आ जाएगासुनने वालों का कलेजा मुँह तक … Read more

फेसबुक वॉल

न कोई नज़्म है न कोई इश्तिहार ही ये दीवार भी मेरे दिल की तरह … Read more

जैसे को तैसा

ज़िंदगी जब तुम्हारे मज़े लेने लगे,तो शिक़ायत मत किया करो,अमां यार, जब तुमने उसके लिये … Read more