आवाज़ December 27, 2011 by Chakreshhar Singh Surya तुम कभी रेडियो पे बोलती हो,तो कभी फोन पे बोलती हो,कभी मिलो कहीं, सामने बैठे और बोलो,तो दिल को भी अच्छा लगे.. ये पोस्ट औरों को भेजिए - Facebook Twitter WhatsApp Telegram SMS