सुकून

हम सब ख़ुदके सुकून की तलाश में टटोलते रहते हैं दूसरों के मन और दूसरे … Read more

अंतिम इच्छा

कभी खो भी जाऊँ तोमिल जाऊँगा थोड़ा-थोड़ा करकेकिसी की यादों मेंकिसी पुराने अखबार की कतरन … Read more

हैसियत

हमारी हैसियत का अंदाज़ाकोई इस बात से लगा लेकि अपनी बर्बादियों की सालगिरह भीहम बड़ी … Read more

मेरी ख़ामोशी

जिसके पास कहने को बहुत होता है,वो अक्सर किसी कोने में चुप सा,छुपा सा बैठा होता … Read more

कीमती वक़्त – 2

सुनोकुछ वक़्तमेरे लिए भी ख़रीद लोबाद में थोड़ा-थोड़ा करकेचुका दूँगावक़्त भीऔर कीमत भी

गर्भ

सब उम्मीद से हैंजैसे तुमवैसे मैं भीऔर ये उम्मीदप्रसव पीड़ा तकयानिमृत्यु पर्यन्त रहेगी।

जबलपुर

एक पुराना मकानइक्का-दुक्का दोस्तसुनसान पड़ोसथोड़ा रसूख़और बहुत सारायहाँ-वहाँ बिखरा हुआ ग़मअपने शहर के नाम परबस … Read more