मुस्कुराएंगे, शर्मायेंगे, घबराएंगे, धडकनों का इम्तिहां होगा…
उनसे जब सामना होगा, पता नहीं क्या-क्या होगा?
(मेरा एक मित्र अपनी प्रेयसी से मिलने वाला थे पहली बार, उसके FB status को देखकर यही सूझा.)
नज़्मों का घर
मुस्कुराएंगे, शर्मायेंगे, घबराएंगे, धडकनों का इम्तिहां होगा…
उनसे जब सामना होगा, पता नहीं क्या-क्या होगा?
(मेरा एक मित्र अपनी प्रेयसी से मिलने वाला थे पहली बार, उसके FB status को देखकर यही सूझा.)
behtreen
भई अब तो 33% हो चला है ज़रा संभल के….
सही सूझा!
बहुत कुछ हो सकता है ।
Nice Lines Bhaiya!!!
"RAM"