चेहरा क्या है?
धोखा है,
और इस धोखे पे,
पूरी दुनिया फ़िदा है.
सबने ओढ़ रखे हैं,
चेहरों पर चेहरे,
असली चेहरा न जाने,
कहाँ छुपा है?
हर चेहरे पर,
दो नज़र गड़ी हैं,
इन नज़रों में भी,
गज़ब का धोखा है.
हर नज़र धोखे में हैं,
और हर चेहरा धोखा है.
नज़्मों का घर
चेहरा क्या है?
धोखा है,
और इस धोखे पे,
पूरी दुनिया फ़िदा है.
सबने ओढ़ रखे हैं,
चेहरों पर चेहरे,
असली चेहरा न जाने,
कहाँ छुपा है?
हर चेहरे पर,
दो नज़र गड़ी हैं,
इन नज़रों में भी,
गज़ब का धोखा है.
हर नज़र धोखे में हैं,
और हर चेहरा धोखा है.
बहुत बढिया !!
waah …..bahut hi sundar bhav.
Kya baat hai…bahut khub kahi,gahraai tak jakar socha hai!!
Aabhar
http://kavyamanjusha.blogspot.com/