रैने

चाँद के इतना करीब, पहले तो नहीं देखा था उसे, जाने क्यों; आज इतना लढ़या … Read more

हम

चौपाटी के बहुत पास, एक हरा-भरा बगीचा है, जहाँ हमने एक साथ कुछ वक्त गुज़ारा … Read more

थकान

कॉफी हाउस की कुर्सियाँ,दिन भर खड़े-खड़े थक जाती हैं,तभी तो,देर रात को,टेबल पर,पलटकर बैठ जाती … Read more

मछलियाँ

पिछले दो हफ्ते से,aquarium का पानी,मटमैला हो गया, उसके पास,पानी बदलने का,वक़्त भी नहीं था, क्योंकि,ज़्यादातर,वो … Read more

प्रेरणा

सर्द रातों में,जब तुम,शॉवर के नीचे खड़ी होती हो,तो पानी की बर्फ सी बूंदे, पड़ती हैं तुम पर,और … Read more

गुमनाम रिश्ता

जिंदगी में बहुत रिश्ते देखे हैं,बेटे का माँ-बाप से,भाई का भाई-बहिन से,दोस्ती का दोस्तों से,प्रेमी … Read more

रेस्त्रौं का बिल

तुम्हें पता है कि मैं रेस्त्रौं की पर्चियां क्यों संभाल कर रखता हूँ,ताकि मुझे वो … Read more

calling myself….

पूरा दिन निकल जाता है,दूसरों से मिलने में,पर कभी खुद से मिलने का,वक़्त नहीं मिलता,और … Read more