तुमसे उम्मीद

नफ़रत है मुझे झूठ से,
बेहतर है कि,
तू मेरे ख़्वाब में ही रह,
तू सच भी वहीं है,
और सच्चा भी..!!

ये पोस्ट औरों को भेजिए -

Leave a Comment