ज़हन August 23, 2012 by Chakreshhar Singh Surya अपने ज़हन में कभी, जाले-वाले, धूल-वूल, लगने मत देना, और लग जाए, तो ज़रा, साफ़-सूफ कर लेना, बस एक यही तो, वो महफूज़ जगह है, जहाँ लोग, ताउम्र, सलामत रहते हैं… ये पोस्ट औरों को भेजिए - Facebook Twitter WhatsApp Telegram SMS