यादों का डोज़

मैं चार दिन उसके घर में ही ठहरा था, इस दौरान उससे बात कुछ भी … Read more

मील का पत्थर

तुम्हें जब देखता हूँ,तो लगता है ये शहर,नगर और महानगर के बीच,कहीं अटक गया है! … Read more

आपबीती

महीनों पहले,मेरा आसमानी रंग का चश्मा,खेल-खेल में टूट गया था,तब से वो टूटा पड़ा हुआ है,मेज़ … Read more

मसरूफ़ियत

इस एक दुनिया में,सैंकड़ों दुनिया हैं,सबकी अपनी-अपनी,और सब मगन हैं,अपनी-अपनी दुनिया में,जैसे तू, वैसे मैं … Read more

Self Obsessed !

मुझे किसी और अजूबे की ज़रूरत नहीं, आज-कल मैंने खुद ही अपनी नींद उड़ा रक्खी है …

अनसुनी बातें

मैं बेशक,लोगों की बातें,अनसुनी कर देता हूँ,मगर मुझे,याद रह जाता है,किकब,किसने,क्या,किस अंदाज़ में कहा था!

Black and White “COLOR”

बिखरे  हुए बाल, बढ़ी हुई दाढ़ी, माथे को जकड़े सच्चे-झूठे ख्याल, हर जगह खुद को … Read more