क्या कहती हो?
तुम पूछ रही थी न कि तुम्हारे घर में वाशिंग मशीन है फिर भी खिड़की … Read more
नज़्मों का घर
तुम पूछ रही थी न कि तुम्हारे घर में वाशिंग मशीन है फिर भी खिड़की … Read more
तुम अपना वजूद छोड़ गएबिस्तर की सिलवटों के बीचऔर मेरे होंठों के किनारों पररातों पे … Read more
ये कुछ रातें उन तमाम रातों पर उधार रहीं जो तुम्हारे बिना काटनी हैं
ये रात और तुमदोनों मुझे पागल करते होमिले हुए हो न दोनों?
1. दिन में आशिक़ी रात को काम करता हूँपागल हूँ बे सिर पैर के काम … Read more
जब तक मैं इस धरती पर हूँतुम चाहो या न चाहोमाँगो या न माँगोमैं फिर … Read more
Dear Zindgi ज़िन्दगी तुझे तलाश करते-करतेन जाने कहाँ निकल आये हमऔर कमबख्त तुम्हें फुरसत नहींव्हाट्स … Read more