इश्क़ तब और अब

इश्क़ निभाना पहले भी मुश्किल था आज भी मुश्किल ही है पहले न मिल पाने … Read more

Intensity

इस मर्तबा दिल ही नहीं भरोसा भी टूटा है इस मर्तबा दर्द भी ज़्यादा है … Read more

नाटक

तुम मेरे थे ही नहीं कभी और होने का नाटक करते रहे बेबाक़ी से झूठ … Read more

What’s your take!

सुलह भी नहीं करनी हल मसला भी नहीं करना तुम्हें नफ़रत नहीं करनी हमें इश्क़ … Read more

Insomnia

यूँ ही बैठा रहता हूँ बिस्तर पे देर रात तलक कि तेरी यादें उठें जायें … Read more

Pause

मैं तुम पर आता हूँ तो रुक जाता हूँ उतना ही जितना पहली दफ़ा रुका … Read more

ख़राबज़ादा

पता नहीं मुझे बिगाड़ा किसने ख़ुदने या फिर तुमसे इश्क़ ने