तिलिस्म

कई मर्तबा आके लौट गया तुझे खिड़की पे देख के,पहले कभी संगमरमर को मुस्कुराते नहीं … Read more

बारिश और तुम

बारिश दबे पाँव आती है, और अपनी मौजूदगी के निशां, खिड़की पर छोड़ जाती है, … Read more

विल पॉवर

देश के भविष्य का अंदाजा कुछ इस तरह लग जाता है, जब लड़कों के कंधों … Read more

रैने

चाँद के इतना करीब, पहले तो नहीं देखा था उसे, जाने क्यों; आज इतना लढ़या … Read more

अहसां

अपने बाकी अहसानों से तुझे आज़ाद कर दिया,इस शहर पर एक और अहसां कर दिया..

देशभक्ति का कीड़ा

भारतीय गणतंत्र का इकसठवा जन्मदिन मन गया, देशवासियों ने राष्ट्र गान को फिर से याद … Read more

भरोसा

चार दिन और मुझसे नफ़रत कर लो, फिर तुम खुद चाहने के बहाने तलाशोगे…