हाथ का मैल
आज तुम्हारे पास है तो तुम इतरा लो,कल मेरे पास होगा तो मैं इतरा लूंगा,पर … Read more
नज़्मों का घर
आज तुम्हारे पास है तो तुम इतरा लो,कल मेरे पास होगा तो मैं इतरा लूंगा,पर … Read more
आसमान के आँगन में,बादल बैठक तो जमाते हैं,उनके कहकहों में,कुछ बूँदें छिटककर,नीचे भी आती हैं,और ज़मीदोज़ … Read more
कुछ सालों पहले तक,आज का दिन,इतना खाली नहीं होता था,आज की तारीख लगते ही,घर का फ़ोन घनघना … Read more
नाज़ है मुझे अपनी ज़िंदादिली पर, कि किसी बात को कहने के लिये, मुझे उसपे, … Read more
तेरे इंतज़ार में पूरी शाम काटी है मैंने कुछ यूँ,जैसे अगली साँस के इंतज़ार में … Read more
अधूरी नींद है, अल-सुबह किसी ख़्वाब ने जगा दिया,जो खुद भी अधूरा ही रह गया,वैसे … Read more