आन्दोलन, व्यक्तिगत हित और सामाजिक सरोकार
आन्दोलन और मेरा नाता शायद स्कूल का है. जब मैं १२वीं कक्षा में था. तब … Read more
नज़्मों का घर
आन्दोलन और मेरा नाता शायद स्कूल का है. जब मैं १२वीं कक्षा में था. तब … Read more
कुछ लोगों का मुंह बहुत चलता है,अक्सर तब जब दूसरों पर चलाना हो,फिर चुप भी हो जाते हैं,जब सारे मुँह उन पर चलते हैं,इन्हीं लोगों से कहते सुना है कि,ऊपर जाओगे … Read more
पिछले एक महीने में बदलें हैं तो धूप के तेवर. सड़क पर गाड़ियों और गड्ढों … Read more
मन तो करता है कि,अपने अल्फ़ाज़ों को,शहद में भिगोकर,उस पर मिश्री के दाने छिड़ककर,कागज़ पर … Read more