कल रात से बारिश हो रही है
बहुत तेज़
लगातार…
जब हाँफने लगती है
तो थोड़ा मंद पड़ जाती है
फिर साँस भरकर
बरसने लगती है तेज़ी से..
जुलाई आधी बीत गयी है
बारिश को शायद
अहसास हो गया है
कि ये उसका ही मौसम है
और बरसने की ड्यूटी
अब शिद्दत से करनी पड़ेगी
बहुत तेज़
लगातार…
जब हाँफने लगती है
तो थोड़ा मंद पड़ जाती है
फिर साँस भरकर
बरसने लगती है तेज़ी से..
जुलाई आधी बीत गयी है
बारिश को शायद
अहसास हो गया है
कि ये उसका ही मौसम है
और बरसने की ड्यूटी
अब शिद्दत से करनी पड़ेगी
बहुत सुन्दर भावों को शब्दों में समेट कर रोचक शैली में प्रस्तुत करने का आपका ये अंदाज बहुत अच्छा लगा,
आभार संजय जी 🙂
आभार संजय जी 🙂