अनसुनी बातें

मैं बेशक,लोगों की बातें,अनसुनी कर देता हूँ,मगर मुझे,याद रह जाता है,किकब,किसने,क्या,किस अंदाज़ में कहा था!

Black and White “COLOR”

बिखरे  हुए बाल, बढ़ी हुई दाढ़ी, माथे को जकड़े सच्चे-झूठे ख्याल, हर जगह खुद को … Read more

ज़हन

अपने ज़हन में कभी, जाले-वाले, धूल-वूल, लगने मत देना, और लग जाए, तो ज़रा, साफ़-सूफ … Read more

मेरी ईद

ईद की शाम भी मेरी नज़र तेरे छत की तरफ है,अब तलक मेरी ईद का चाँद नज़र … Read more

आज़ादी सरहदों से

सियासतदारों ने लोगों के गुस्से को हथियार बना रक्खा है, पैंसठ साल होने को हैं … Read more

दौर

चंद दिनों में ही मुझे, मुझसे महरूम कर गए,ये कौन लोग थे !!! कहाँ से आये … Read more

आवाज़

तुम कभी रेडियो पे बोलती हो,तो कभी फोन पे बोलती हो,कभी मिलो कहीं, सामने बैठे … Read more