एक्स्ट्रा लगेज
तुम अपना वजूद छोड़ गएबिस्तर की सिलवटों के बीचऔर मेरे होंठों के किनारों पररातों पे … Read more
नज़्मों का घर
तुम अपना वजूद छोड़ गएबिस्तर की सिलवटों के बीचऔर मेरे होंठों के किनारों पररातों पे … Read more
ये कुछ रातें उन तमाम रातों पर उधार रहीं जो तुम्हारे बिना काटनी हैं