साहिबा

तमाम उम्र की दोस्ती लेके वादे मेंतन्हाईयों से राबता मेरा करा गयाजो शख्स़ दिखता था … Read more

इंतज़ार

बड़ी देर से बैठा है सूरज तेरी बालकनी में टकटकी लगाए,कि कब तू नींद से … Read more

बहरूपिया

तेरी इक झलक पाने को छत से खिड़की तक आता है,ये सूरज है जो कभी-कभी … Read more