आदमी

धुले कपड़े पहने सभ्य होने का दावा करता हैपर गिरी सोच को उठा नहीं पाता … Read more

Dear Madam

Dear Madam, मैं आज भी आपकी तस्वीर देखकर हँस देता हूँये सोचकर कि उस वक़्तजब … Read more

शेष

हर बार जाता हूँ जबतो छूट सा जाता हूँ कहींजैसे ट्रेन जाने के बादछूट जाते … Read more

कुछ मिला क्या?

ढूँढो कुछ, हाथ कुछ और लगता हैये मामला बड़ा पेंचीदा सा लगता है

हैसियत

हमारी हैसियत का अंदाज़ाकोई इस बात से लगा लेकि अपनी बर्बादियों की सालगिरह भीहम बड़ी … Read more

मेरी ख़ामोशी

जिसके पास कहने को बहुत होता है,वो अक्सर किसी कोने में चुप सा,छुपा सा बैठा होता … Read more

मरीचिका

इस 01:01 की तरहकिसी के साथ होकरतू भी अकेला सा ही हैमेरी तरह

कीमती वक़्त – 2

सुनोकुछ वक़्तमेरे लिए भी ख़रीद लोबाद में थोड़ा-थोड़ा करकेचुका दूँगावक़्त भीऔर कीमत भी