Hindi Poetry
Dear Madam
Dear Madam, मैं आज भी आपकी तस्वीर देखकर हँस देता हूँये सोचकर कि उस वक़्तजब … Read more
कुछ मिला क्या?
ढूँढो कुछ, हाथ कुछ और लगता हैये मामला बड़ा पेंचीदा सा लगता है
मेरी ख़ामोशी
जिसके पास कहने को बहुत होता है,वो अक्सर किसी कोने में चुप सा,छुपा सा बैठा होता … Read more
मरीचिका
इस 01:01 की तरहकिसी के साथ होकरतू भी अकेला सा ही हैमेरी तरह
कीमती वक़्त – 2
सुनोकुछ वक़्तमेरे लिए भी ख़रीद लोबाद में थोड़ा-थोड़ा करकेचुका दूँगावक़्त भीऔर कीमत भी