क्या सुनने आये थे? कि हमेशा देर कर देते हो?
रविवार था आज, फिर भी सुबह जल्दी नींद खुल गयी. रविवार की तौहीन न हो … Read more
नज़्मों का घर
रविवार था आज, फिर भी सुबह जल्दी नींद खुल गयी. रविवार की तौहीन न हो … Read more
एक मज़े की बात बताता हूँ फ़ोन मेरे पास अब दो-दो हैं लेकिन बात करने … Read more
ख़तरनाक लत समझते हैं? सुबह उठते ही बासे मुँह सबसे पहले उसे मुँह लगाना, फिर … Read more