ख्वाहिश

इससे पहले कि मेरे ज़हन में आने वाला तेरा कोई ख़याल,नज़्म, शे’र, रूबाई या गज़ल की शक्ल … Read more

तो वो ही सही!

न होने से कुछ होना अच्छा…गलतफ़हमी है, तो वो ही सही!मैं गर कुछ बोलूं, तो … Read more

बिसात

खेल लिया!खुश हो गए!मन भर गया!चलो अब मेरी बारी,मैं खुदा तो नहीं हूँ,पर मुझमे इतनी … Read more

तमाशबीन नींद

नींद भी तेरी ही तरह हो चली है,थोड़ी देर आँखों में रही,फिर कुछ देर में … Read more

तुमसे उम्मीद

नफ़रत है मुझे झूठ से,बेहतर है कि,तू मेरे ख़्वाब में ही रह,तू सच भी वहीं … Read more

तुम्हारा ख़याल

मुझे जब भी तेरा ख़याल आता है,मैं भर जाता हूँ अदब से,गूंजने लगती हो तुम … Read more

तुम्हारी आदत

सुना, कि आज तुम इस गली से गुज़रे थे,तब, मैं उस वक्त छत पे चाँदनी … Read more