प्यास

बारिश का दिन और पानी ही पानी….फिर भी प्यास है कि बुझती नहीं..

मेरा यकीन…

अपने यकीन को ख़ुद से सरकने मत देना,यूँ किसी पर हुआ तो, गिर जाएगा।