सुरूर

मय’ जब हलक से उतरती है,तो अलफ़ाज़ उसमें तैरने लगते हैं,जो ख्याल दिन में आके … Read more

and the award goes to….

Blog of the month for February 2010 बेचैनी के सभी पाठकों और Blog of the … Read more

मंज़र

कहते हैं आँखों देखा भी यकीन के काबिल नहीं होता,  ये कहकर खुदको तसल्ली देना … Read more

मिज़ाज

किसके ज़हन में गहरा उतर जाऊं, ताकि कोई ढूंढ़ न सके मुझे, बहुत दिन बीत … Read more

अलगाव

गमले से बाहर पड़ा हुआ पौधा,बड़ी उम्मीद से टकटकी लगाये,देख रहा है उस गमले को,जिसमें … Read more

चाँद की शरारत

चाय पीने के लिये दफ्तर से बाहर निकला तो देखा,कि आज चाँद पूरा है फ़लक … Read more

शहीदों का सम्मान

ग्वालियर में सचिन का दोहरा शतक एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है. इसमें कोई शक नहीं कि … Read more

अकेलापन

दिन भर के बाद जब शाम को घर जाता हूँ,तो सबसे पहले घर के ताले … Read more