कुछ मिला क्या?

ढूँढो कुछ, हाथ कुछ और लगता हैये मामला बड़ा पेंचीदा सा लगता है

मेरी ख़ामोशी

जिसके पास कहने को बहुत होता है,वो अक्सर किसी कोने में चुप सा,छुपा सा बैठा होता … Read more

मरीचिका

इस 01:01 की तरहकिसी के साथ होकरतू भी अकेला सा ही हैमेरी तरह

कीमती वक़्त – 2

सुनोकुछ वक़्तमेरे लिए भी ख़रीद लोबाद में थोड़ा-थोड़ा करकेचुका दूँगावक़्त भीऔर कीमत भी

राय

कुछ लोग अपनी फ़ितरत बदलते हैं हर दिनयूँ किसी के बारे में इक राय बनाना … Read more

कीमती वक़्त

तुम्हारी घड़ी तो बहुत महँगी हैफिर भी तुम्हारे पास मेरे लिएवक़्त नहीं है!

मायने

कभी देखा है, पन्नो पर बिलबिलाते, उन लफ़्ज़ों को, जो किसी मतलब का होने के … Read more