Intensity नवम्बर 17, 2018 इस मर्तबा दिल ही नहीं भरोसा भी टूटा है इस मर्तबा दर्द भी ज़्यादा है … Read more
बेचारी नवम्बर 12, 2017 ख़ुशियाँ आके फुसफुसाती है कानों में ज़िन्दा कैसे रहूँ मैं ज़िन्दगी के तूफानों में