ख्वाहिश मार्च 8, 2010 आज सोचा उसे बेवफ़ा का तख़ल्लुस दिया जाये,चलके किसी तवायफ़ से दिल लगाया जाये,पर्दा-ए-हुस्न का … Read more
मुक़म्मल मार्च 8, 2010 तुम ख़ुद एक ग़ज़ल हो,तुम्हें किसी मिसरे की ज़रूरत नहीं,तुम अपने आप में मुक़म्मल हो,तुम्हें … Read more
लहजा मार्च 8, 2010 कल रात माँ से ऊँची आवाज़ में बोल पड़ा,और वो धीमे लहजे में बात करती रहीं,जब … Read more
सुरूर मार्च 8, 2010 मय’ जब हलक से उतरती है,तो अलफ़ाज़ उसमें तैरने लगते हैं,जो ख्याल दिन में आके … Read more
and the award goes to…. मार्च 3, 2010 Blog of the month for February 2010 बेचैनी के सभी पाठकों और Blog of the … Read more
मंज़र मार्च 2, 2010 कहते हैं आँखों देखा भी यकीन के काबिल नहीं होता, ये कहकर खुदको तसल्ली देना … Read more
मिज़ाज नवम्बर 8, 2024मार्च 1, 2010 किसके ज़हन में गहरा उतर जाऊं, ताकि कोई ढूंढ़ न सके मुझे, बहुत दिन बीत … Read more
अलगाव मार्च 1, 2010 गमले से बाहर पड़ा हुआ पौधा,बड़ी उम्मीद से टकटकी लगाये,देख रहा है उस गमले को,जिसमें … Read more