दूर से देखा है तुमको
दूर से देखा है तुमको पास तुम्हारे आऊं क्या? और अगर ठीक लगे तुम्हें तो … Read more
नज़्मों का घर
दूर से देखा है तुमको पास तुम्हारे आऊं क्या? और अगर ठीक लगे तुम्हें तो … Read more
रम को हम से अच्छा कोई नहीं जानता, हमको हमसे अच्छा कोई नहीं जानता।
आप अराजकता की बात करते हैं,मैं सुधार की कोशिश करता हूँ,आप शायद डरते हैं सरकार … Read more
धूप के भी क्या तेवर हैंकभी बहुत तीखेकभी नरमतो कभी कुनकुनेकभी-कभी तो लगता हैकि ये … Read more