नाटक नवम्बर 17, 2018 by Chakreshhar Singh Surya तुम मेरे थे ही नहीं कभी और होने का नाटक करते रहे बेबाक़ी से झूठ बोले जो तुमने हम उन्हें सच समझते रहे ये पोस्ट औरों को भेजिए - Share on Facebook Share on X (Twitter) Share on WhatsApp Share on Telegram Share on SMS