रोज-रोज उसकी आती यादों में आँखों का पानी जलता है,
जब वो किसी और से मिलती है तो दिल से धुँआ निकलता है,
कभी रात भर जो हमसे मोबाइल पर बतयाती थी,
आजकल उसका नंबर डायल करने पर हमेशा व्यस्त मिलता है….
आजकल उसका नंबर डायल करने पर हमेशा व्यस्त मिलता है….
Samvednayen!! 🙂
dhanyawaad 🙂
वाह चक्रेश जी चार पंक्तियों में इतना कुछ कह दिया…
कोई बात नहीं. आप भी दूसरा फोन नंबर ढूंढ लो डायल करने के लिए.
@संजयजी: अब देखिये न, सब कुछ कहने-सुनने के लिये ही तो रह गया है 🙂 धन्यवाद, आपको पंक्तियाँ पसंद आयीं.
@सौरभजी: आवश्यकता नहीं है, अपना नंबर तो फ्री हो पहले 🙂